नई दिल्ली।। पहले दिन न चाहते हुए भी पैरंट्स को प्रॉस्पेक्टस खरीदने पड़े। इसके साथ फॉर्म की कीमत स्कूलों में 100 रुपये से 500 रुपये तक रख
ी गई थी। जबकि सरकारी दिशा निर्देशों के मुताबिक, फॉर्म की कीमत 25 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और स्कूल इसके साथ प्रॉस्पेक्टस खरीदना अनिवार्य नहीं कर सकते।
मैक्सफोर्ट स्कूल रोहिणी में गई पारुल अग्रवाल ने बताया कि प्रॉस्पेक्टस के साथ ही फॉर्म दिया जा रहा था और कीमत 300 रुपये रखी गई थी। एकता सेठ ने बताया कि इंद्रप्रस्थ वर्ल्ड स्कूल पश्चिम विहार में भी प्रॉस्पेक्टस लेना अनिवार्य था और इसकी कीमत 500 रुपये थी। बहुत सारे पैरंट्स ने मिलकर जब इसका विरोध किया तो काउंटर पर बैठी कर्मचारी ने 475 रुपये वापस कर दिए, मगर अब मुझे इस बात की टेंशन हो रही है कि कहीं सिर्फ 25 रुपये देने की वजह से वे लोग हमारे बच्चों की स्लिप को शॉर्ट लिस्ट ही न करें। के. आर. मंगलम विकास पुरी, आईटीएल द्वारका, दून पब्लिक स्कूल पश्चिम विहार और टैगोर इंटरनैशनल जैसे स्कूलों से भी ऐसी ही शिकायतें आईं।
No comments:
Post a Comment