पहला मैच भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे से मैक्सिको-द.अफ्रीका के बीच होगा। दूसरा मैच रात 12.00 बजे से फ्रांस-ऊरुग्वे के बीच केपटाउन में खेला जाएगा। स्पर्धा की सारी टिकटें बिक गईं है और एक माह तक करोड़ों फुटबॉल प्रेमी टीवी पर और लाखों दर्शक स्टेडियम में फुटबॉल का आनंद ले
12 मैचों से अजेय है द.अफ्रीका
पिछले कुछ वर्षो में दक्षिण अफ्रीका की फॉर्म के कारण वल्र्ड कप में मेजबान टीम की उम्मीदें बहुत क्षीण मानी जा रही थी। वल्र्ड फुटबॉल महासंघ (फीफा) के अध्यक्ष सैप ब्लेटर ने भी दक्षिण अफ्रीकी टीम के प्रदर्शन की आलोचना की थी।
पिछले वर्ष नवंबर में जबसे ब्राजील के कालरेस अल्बटरे परेरा ने टीम का कोच पद संभाला है तबसे उसका लगातार १२ मैचों में अपराजेय क्रम जारी है। टीम के गोलकीपर इतुमे लेंग खुने ने कहा ‘मेजबान होने के नाते हमें सभी मैच जीतने होंगे। हम तीन उलटफेर करने में सक्षम हैं।
मैक्सिको भी कम नहीं
उधर पिछले सप्ताह ब्रुसेल्स में अभ्यास मैच में गत विजेता इटली के खिलाफ मिली अप्रत्याशित जीत से मैक्सिको का मनोबल सातवें आसमान पर है। टीम ने अभ्यास मैचों में इंग्लैंड और नीदरलैंड के खिलाफ भी अच्छा प्रदर्शन किया था।
टीम के स्टार फॉरवर्ड कालरेस वेला ने कहा ‘हमारी रणनीति हमेशा गेंद का अच्छा इस्तेमाल करने की रही है। इसको ध्यान में रखते हुए हमारे कोच जेवियर अगायर ने उन खिलाड़ियों का चुनाव किया है जिन्हें इस काम में महारत हासिल है।’
मैक्सिको के लिए अच्छी खबर यह है कि उसके स्ट्राइकर गुइलरमो फ्रैंको चोट से उबर चुके हैं जिससे अगायर के पास विकल्पों की संख्या बढ़ गई है। फ्रैंको को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जेवियर हर्नाडीज के साथ आजमाया जा सकता है। टीम के ३१ वर्षीय डिफेंडर राफेल मार्केज भी चोट से उबर चुके हैं और अभ्यास में जुटे हैं।
मैक्सिको इससे पहले भी चार बार वल्र्ड कप के उद्घाटन मैचों में खेल चुका है। अंतिम बार उसने अपनी जमीन पर वर्ष १९७क् में सोवियत संघ के साथ उद्घाटन मैच गोलरहित ड्रॉ खेला था। इससे पहले उसे तीनों उद्घाटन मुकाबलों में शिकस्त झेलनी पड़ी थी और टीम ने इस दौरान ११ गोल खाए थे।
छुपे रस्तम की तरह उतरेगा फ्रांस
वर्ष १९९८ के चैंपियनऔर गत उपविजेता फ्रांस के हाल के वर्षो के निराशाजनक प्रदर्शन ने उसके कट्टर समर्थकों को भी उससे दूर कर दिया है और कोई उस पर दाव लगाने को तैयार नहीं है लेकिन यही बात फ्रांस के पक्ष में जा सकती है और वह बिना किसी दबाव के वल्र्ड कप में शुक्रवार को ऊरुग्वे के खिलाफ छुपे रुस्तम के रूप में शुरआत करेगा।
जहां तक टीम फॉरमेशन का सवाल है तो टीम के कोच रेमंड डोमिनिक ने हाल के मैचों में 4-3-3 का संयोजन आजमाकर सबको चौंकाया है। हालांकि उनकी इस रणनीति ने टीम का खेल चुस्त हुआ है लेकिन इससे डिफेंस में उसकी कमजोरियां भी उजागर हुई हैं। फ्रांस अपने पहले मैच में कप्तान हेनरी को बेंच पर छोड़ सकता है जबकि पूर्व चैंपियन उरग्वे की उम्मीदें अपने शीर्ष स्ट्राइकर डिएगो फोरलान पर टिकी रहेंगी।
फोरलान ने स्पेन में एट्लेटिको मेड्रिड को यूरोपा लीग जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वह एक विश्वस्तरीय स्ट्राइकर के रूप में उभरकर सामने आए हैं। वे अभ्यास के दौरान अपनी जांघ की चोट से भी पूरी तरह उबर चुके हैं।
खास बातें
31 दिन चलेगा वर्ल्डकप
32 टीमें हिस्सा लेंगी
10 स्टेडियम में होंगे मुकाबले
64 मैच खेले जाएंगे
736 खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम
204 टीमें खेलीं क्वालिफाइंग में
70 हजार कर्मचारी जुटे रहे निर्माण कार्य में
2500 रेंड प्रतिमाह मिले प्रत्येक कर्मचारी को
8.4 बिलियन रेंड खर्च हुए निर्माण पर
2004 में मेजबानी मिली थी दक्षिण अफ्रीका को
40 मिलियन डॉलर उन क्लबों को वितरित किए जाएंगे, जिनके खिलाड़ी वर्ल्डकप में खेल रहे हैं।
From : Dainik Bhaskar



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